What is Sustainable Agriculture in Hindi? | सतत या स्थायी कृषि | Permaculture | पूरी जानकारी

आज इस पोस्ट में हम बात करेंगे कृषि के एक ऐसे प्रकार के बारे में जिसमें कृषि के लिए रसायनों व संसाधनों का कम से कम प्रयोग करके अच्छी उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं  (Sustainable Agriculture in Hindi)।जिससे मृदा की उर्वरता लंबे समय तक बने रहने के साथ-साथ यह हमारे वातावरण के लिए भी अच्छी होती है ।

 

आजकल की खेती में अधिक उत्पादन और अधिक लाभ के लिए कृषि में विभिन्न प्रकार के रसायन , कीटनाशक, शाकनाशी और उर्वरकों का प्रयोग किया जाता है जिससे मृदा की उर्वरता क्षीण होने के साथ-साथ पर्यावरण पर भी इसका कुप्रभाव पड़ता है ।

 

सतत या टिकाऊ कृषि (Sustainable Agriculture in Hindi)

हां आज इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे टिकाऊ खेती या सतत खेती (Sustainable Agriculture in Hindi) के बारे में जिसे प्राकृतिक खेती (Natural Farming), स्थायी कृषि, पारिस्थितिकी खेती (Eco Farming) , धारणीय खेती व Permaculture के नाम से भी जाना जाता है ।

टिकाऊ या सतत कृषि (Sustainable Agriculture in Hindi) के बारे में जानने से पहले कृषि के इन दो प्रकार के बारे में भी जान लें जो नीचे दिया गया है जिससे सतत कृषि (Sustainable Agriculture in Hindi) को समझने में आसानी होगी ।

 

● जीवन निर्वाह खेती
Subsistance Agriculture :-

जैसे की नाम से ही प्रतीत हो रहा है जीवन निर्वाह खेती, इसमें खेती से प्राप्त उत्पादन सिर्फ परिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है । इस प्रकार की खेती में आदानों (Inputs) मतलब कृषि के संसाधनों का कम उपयोग किया जाता है और उत्पादन भी कम प्राप्त होता है । जिससे सिर्फ जीवन निर्वाह हो सके ।

● व्यवसायिक खेती
Commercial Farming :-

इस खेती का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करना है इसमें आदानों (Inputs)/ संसाधनों का अधिक से अधिक प्रयोग किया जाता है । इसमें मशीनीकरण का भी अधिक से अधिक प्रयोग किया जाता है । इसमें अधिकतम उत्पादन हेतु भूमि की उर्वरता और पर्यावरण पर ध्यान नहीं दिया जाता ।

 

सतत/टिकाऊ कृषि (Sustainable Agriculture)

Meaning of Sustainable Agriculture in Hindi :-
               सतत का मतलब लगातार, निरंतर । सतत कृषि (Sustainable Agriculture) से आशय है कि मृदा उर्वरता और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखते हुए निरंतर कृषि करना। इसका मुख्य उद्देश्य है कि आने वाली पीढ़ी अर्थात भावी पीढ़ी को भी वही उत्पादन (Yield) मिल सके जो आज प्राप्त हो रही है और भावी पीढ़ी के लिए मृदा की उपजाऊ पन और वातावरण संतुलन सहेज कर रखना ।
सन 1966 – 67 में हरित क्रांति के आगमन के पश्चात कृषि में दवाइयों रसायनों जैसे कीटनाशक रोग नाशक शाकनाशक रसायनों का उपयोग अत्यधिक होने लगा । इससे उत्पादन अधिक होने के साथ-साथ इसका दुष्प्रभाव मिट्टी और वातावरण में भी पड़ने लगा । इसके बाद इसे कम करने के लिए स्थाई कृषि या सतत कृषि (Sustainable Agriculture) को अपनाया गया । क्योंकि अगर भूमि की उर्वरता एक बार नष्ट हो गई तो इसे पुनः उपजाऊ बनाना बहुत ही मुश्किल है ।

 

टिकाऊ खेती की परिभाषा +Definition of Sustainable Agriculture in Hindi) :-

             “टिकाऊ कृषि वह कृषि है जिसमें रसायनों का कम से कम व कार्बनिक पदार्थों का अधिक प्रयोग करके मृदा उर्वरता और पारिस्थितिकी संतुलन को बनाए रखते हुए आज की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ भावी पीढ़ी की भी आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाता है ।”
 
             “सतत कृषि , कृषि का वह रूप है जो मृदा उर्वरता और पारिस्थितिक तंत्र को प्रभावित किए बिना वर्तमान की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ भविष्य की पीढ़ियों की आवश्यकताओं की भी पूर्ति करने में सक्षम हो ।”
● टिकाऊ/सतत कृषि में संसाधनों व रसायनों, उर्वरकों का कम से कम प्रयोग किया जाता है ।
● इसे स्थाई खेती, टिकाऊ खेती, सतत खेती, धारणीय खेती, प्राकृतिक खेती (Natural Farming), परिस्थितिकी खेती (Eco Farming) व Permaculture के नाम से भी जाना जाता है ।
● स्थाई खेती में मुख्यत: कार्बनिक पदार्थ का प्रयोग अधिक किया जाता है ।

टिकाऊ खेती के मुख्य उद्देश्य (Objectives of Sustainable Agriculture)

● सतत कृषि का मुख्य उद्देश्य मृदा की उर्वरता को लंबे समय तक बनाए रखना है ।
● पर्यावरण संतुलन बनाए रखना ।
● रसायनों का उपयोग कम से कम या सीमित करके ऑर्गेनिक पदार्थों को बढ़ावा देना ।
● प्राकृतिक संसाधन को सुरक्षित रखना ।

टिकाऊ/सतत कृषि के लाभ (Benefits of Sustainable Agriculture)

(1) इको फ्रेंडली (Eco friendly) होता है अर्थात पर्यावरण संतुलन बना रहता है ।
(2) मृदा उर्वरता लंबे समय तक बनी रहती है ।
(3) गैर नवीकरणीय संसाधनों (Non Renewable resources) का सबसे कुशल उपयोग होता है ।
(4) इस प्रकार की कृषि में कम लागत वाले संसाधनों का प्रयोग किया जाता है जिससे लागत में कमी आती है ।
(5) इस प्रकार की कृषि में रसायनों का बहुत ही कम आवश्यकता पड़ने पर ही उपयोग किया जाता है जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा भी होती है ।
(6) कम लागत पर अधिक ऑर्गेनिक उत्पादन प्राप्त होता है ।

Some Sustainable Agriculture Example/Practice :-

 
◆ Integrated Farming.  Read/पढें

◆ Integrated Pest Management. Read/पढें

◆ Crop Rotation.   Read/पढें

◆ Organic Agriculture. Read/पढें

 

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2 thoughts on “What is Sustainable Agriculture in Hindi? | सतत या स्थायी कृषि | Permaculture | पूरी जानकारी”

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