कृषि का आर्थिक महत्व | Economic importance of Agriculture in India

कहते हैं कि कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है, क्योंकि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान (Economic Importance of Agriculture in India) महत्वपूर्ण होता है। कृषि हजारों वर्षों से मानव सभ्यता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती आ रही है। मनुष्य अपनी लगभग सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए कृषि पर ही आश्रित होते हैं, चाहे वह भोजन, कपड़ा, दवाई आदि के लिए ही क्यों न हो ।

Economic importance of Agriculture in India

 

भारत की लगभग 60 प्रतिशत आबादी कृषि पर आश्रित है। मैने कहीं पढ़ा था कि “हर एक व्यक्ति जो खाना खाता है वह कृषि पर निर्भर है।” यह दुनियाभर में करोड़ों लोगों के लिए आजीविका का प्राथमिक स्त्रोत है।
कृषि वाणिज्य औऱ व्यापार को नीव प्रदान करता है। कृषि अन्य उद्योगों के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराता है जिससे औद्योगिकरण को बढ़ावा मिलता है।
आज के इस लेख में आप पढ़ने वाले हैं कि कृषि का क्या आर्थिक महत्व है/ कृषि का अर्थव्यवस्था में योगदान, अर्थात आर्थिक विकास में कृषि का क्या महत्व है। (Economic importance of Agriculture in hindi).

कृषि का आर्थिक महत्व (Economic importance of Agriculture in India)

 

1. खाद्यान्न की आपूर्ति 

कृषि का आर्थिक महत्व | Economic importance of Agriculture in India
कृषि दुनिया की आबादी के लिए भोजन का प्राथमिक स्रोत है, जिसमें लगभग 7 अरब से अधिक जनसंख्या अपने दैनिक जीवन यापन के लिए कृषि पर आश्रित हैं। कृषि से प्रत्यक्ष रूप से भी खाने की प्राप्ति होती है लेकिन किसी भी प्रकार के खाद्यन्न बनाने के लिए कृषि से ही कच्चा माल की आवश्यकता पड़ती ही है।
चाहे अनाज हो, फल हो सब्जी हो, मांस हो अंडे हो आदि सभी की पूर्ति कृषि करती है।

2. राष्ट्रीय आय में कृषि का योगदान

कृषि का आर्थिक महत्व | Economic importance of Agriculture in India

 

किसी भी देश के राष्ट्रीय आय में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान होता है। हमारे देश के राष्ट्रीय आय में भी कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका रही है हालांकि विगत कुछ वर्षो में अन्य क्षेत्रों की वृद्धि के कारण कृषि कक योगदान में गिरावट दिखी है। 1950-51 में कृषि और सम्बंधित क्षेत्रों का कुल राष्ट्रीय आय का लगभग 59 प्रतिशत योगदान रहा था। यह संख्या 1980-81 में घटकर 40 प्रतिशत और फिर 2008-09 में 18 प्रतिशत हो गई। लेकिन फिर भी यह कई विकसित देशों की तुलना में बहुत ज्यादा है।

3. औद्योगिक विकास में कृषि का महत्व 

देश की औद्योगिक विकास में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कृषि, भोजन उपलब्ध कराने के अलावा, उत्पादन से लेकर प्रसंस्करण, वितरण और मार्केटिंग तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
कृषि का आर्थिक महत्व | Economic importance of Agriculture in India
बहुत से महत्वपूर्ण उद्योग हैं जिन्हें कृषि से ही कच्चे माल की प्राप्ति होती है, जैसे कपास, जुट, चीनी उद्योग, दियासलाई उद्योग, खाद्य तेल उद्योग, वनस्पति तथा बागान उद्योग (जैसे चाय, काफी, रबर), ऐसे ही अन्य कई बड़े व कुटीर व लघु उद्योगों के लिए कच्चा माल कृषि से ही प्राप्त होता है। अतः हम कह सकते हैं कि किसी भी देश की औद्योगिक विकास में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

4. कच्चा माल की उपलब्धता

कृषि का आर्थिक महत्व | Economic importance of Agriculture in India

 

किसी भी उद्योग को चलाने के लिए कच्चे माल की आवश्यकता होती है। ऐसे ही बहुत से उद्योग अथवा कारखाने हैं जिन्हें सुचारू रूप से चलाने के लिए पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल कृषि क्षेत्र से ही मांगना पड़ता है। जैसे चीनी उद्योग, कपड़ा उद्योग, दवाई उद्योग, चाय या काफी उद्योग, बेकरी उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, दुग्ध प्रसंस्करण उद्योग जैसी इत्यादि बड़ी बड़ी कम्पनियों या उद्योगों के लिए कच्चे माल की उपलब्धता कृषि से ही होती है।

5. रोजगार की उपलब्धता

कृषि का आर्थिक महत्व | Economic importance of Agriculture in India
कृषि ग्रामीण समुदायों के लिए आय और रोजगार का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो कई विकासशील देशों में आर्थिक गतिविधियों का एक बड़ा हिस्सा है। इसके अलावा कृषि व्यापार, कृषि उद्योगों के माध्यम से भी कई लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है। भारत की लगभग 50 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या कृषि क्षेत्र में कार्यरत हैं।

6. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में योगदान 

कृषि का आर्थिक महत्व | Economic importance of Agriculture in India

 

कृषि का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वाणिज्यिक क्षेत्र में भी बहुत बड़ा योगदान है। हमारे देश के कुल निर्यात का बहुत बड़ा हिस्सा कृषि उत्पाद का होता है। कृषि उत्पादों के निर्यात से हमारे देश को विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है। निर्यात किये जाने वाले प्रमुख उत्पादों में चीनी, मसाले, चाय, कॉफी, तम्बाकू, काजू, कपास, चमड़ा इत्यादि।
इन कृषि उत्पादों के अलावा भी कृषि आधारित विभिन्न उद्योग जैसे जुट उद्योग, सूती वस्त्र उद्योग, शक्कर उद्योग, डेयरी उद्योग आदि का भी कुल निर्यात में बहुत बड़ा योगदान होता है। अतः हम कह सकते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है।

7. औद्योगिक वस्तुओं के लिए बाजार 

कृषि क्षेत्र विभिन्न औद्योगिक वस्तुओं या उपकरणों अथवा पूंजीगत वस्तुओं के लिए बाजार उपलब्ध कराता है जैसे – ट्रेक्टर, हार्वेस्टर, रोटावेटर, कृषि क्षेत्र में उपयोगी उपकरण या औजार इत्यादि।
कृषि का आर्थिक महत्व | Economic importance of Agriculture in India

 

निष्कर्ष –

इस लेख में हमने पढ़ा कि कृषि का या कृषि से सम्बद्ध क्षेत्रों का क्या क्या आर्थिक महत्व है। कृषि न केवल दुनिया को खाद्य की आपूर्ति करती है बल्कि यह राष्ट्रीय आय या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), रोजगार के अवसर प्रदान करने, विभिन्न उद्योगों को कच्चा माल उपलब्ध कराने, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में, औद्योगिक विकास में भी अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

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