Introduction –
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में आपके लिए बी.एस.सी. एग्रीकल्चर (Bsc Agriculture) के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर आए हैं।
एग्रीकल्चर कोर्स ( में आप एडमिशन कैसे लें सकते हैं, इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है ?
और एग्रीकल्चर फील्ड में आपके लिए क्या – क्या कैरियर (Career) ऑप्शंस मौजदू हैं ! इन सभी टॉपिक्स के बारे में आगे चर्चा किया गया है… So let’s start now.
Bsc Agriculture kya hai ?
कृषि कॉलेजों में पढ़ाई जाने वाली डिग्री कोर्स को बी.एस.सी. एग्रीकल्चर के नाम से जाना जाता है।
वैसे तो प्लेन बी.एस.सी. 3 साल का कोर्स है लेकिन बी.एस.सी. एग्रीकल्चर स्पेशल है क्योंकि इसमें 4 साल की पढ़ाई होती है और बी.एस.सी. एग्रीकल्चर की डिग्री को प्रोफेशनल डिग्री की मान्यता प्राप्त है।
Courses under agriculture –
एग्रीकल्चर एक बहुत बड़ा सेक्टर है। इसके अदंर कई तरह के विषय पढ़ाए जाते हैं और कई तरह के सर्टिफिकेट कोर्सेज भी ऑफर की जाती है।
लेकिन मुख्यतः तीन प्रकार के डिग्री कोर्सेज अधि कतर कॉलेजों के द्वारा प्रदान की जाती है-
1. B.Sc. Agriculture
2. B.Sc. Horticulture
3. B.tech. in Agricultural Engineering
एवं अन्य प्रमुख कोर्सेज –
3. B.sc. in Home sciencce
4. B.sc. in Forestry
5. Diploma courses
ग्रेजएुशन करने के बाद आप और आगे पढ़ने की इच्छा रखते है तो आप पोस्ट- ग्रेजएुशन भी कर सकते हैं
पोस्ट- ग्रेजएुशन में कोर्सेज की संख्या बढ़ जाती है। अतः आपके पास कई तरह के ऑप्शंस होते हैं । आप अपने मनपसंद सब्जेक्ट को चनु कर अपनी पढ़ाई आगे जारी रख सकते हैं।
जैसे :-
Soil science
Agronomy
Plant breeding
Biotechnology
Vegetable science
Plant breeding etc.
इन पोस्ट ग्रेजएुशन कोर्सेज की अवधि 2 वर्ष की होती है।
यदि आपकी रुचि रिसर्च करने और कॉलेज प्रोफेसर बनने में है तो आप इन विषयों पर आगे चलकर पीएचडी भी कर सकते हैं।
कौन से स्ट्रीम के छात्र Bsc Agriculture कोर्स के लिए पात्र (eligible) हैं ?
इस कोर्स में सभी स्ट्रीम के छात्र एडमिशन के लिए पात्र (eligible) होते हैं ।
जिन स्टूडेंट्स ने 11th, 12th में साइंस स्ट्रीम ली हो PCM (physics, chemistry, mathematics) या PCB( physics, chemistry, biology) ली हो वे इस कोर्स में एडमिशन ले सकता है ।
बहुत सारे लोगों को यह पता नहीं है कि 10th के बाद 11th एंड 12th की पढ़ाई एग्रीकल्चर सब्जेक्ट से भी की जाती है।
आर्ट्स और साइंस स्ट्रीम की तरह स्कूलों में एग्रीकल्चर स्ट्रीम भी होता है जिसमें आप एडमिशन लेकर 11th और 12th की पढ़ाई एग्रीकल्चर विषय से कर सकते हैं।
◆ एग्रीकल्चर कोर्स में एडमिशन के लिए 12th में कितने मार्क्स होने चाहिए ?
एग्रीकल्चर कोर्सेज में या बी. एस. सी. एग्रीकल्चर में एडमिशन के लिए 12th पास होना जरूरी होता है। स्टेट बोर्ड और CBSE बोर्ड दोनों का सर्टिफिकेट मान्य होता है ।
12th में कम से कम 45% मार्क्स होने चाहिए तथा कुछ यूनिवर्सिटी में यह रिक्वायरमेंट कम ज्यादा हो सकती है। लेकिन अधिकांश यूनिवर्सिटीज में 45% मार्क्स की अनिवार्यता होती है।
एग्रीकल्चर कोर्स में एडमिशन कैसे लें ?-
एग्रीकल्चर कोर्स में या कॉलेज में एडमिशन के लिए प्रत्येक वर्ष कृषि प्रतियोगी परीक्षा (agricultural entrance exam) आयोजित की जाती है।
एंट्रेंस एग्जाम के बाद मेरिट लिस्ट जारी किया जाता है और फिर मेरिट के आधार पर एग्रीकल्चर कॉलेजों में स्टूडेंट का एडमिशन होता है।
यदि आप एक अच्छे गाॅरमेंट कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो पहले आपको उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी से रिलेटेड एग्रीकल्चरल एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।
एग्रीकल्चर एंट्रेंस एग्जाम प्रोसेस –
भारत में तीन तरह के एग्रीकल्चर एंट्रेंस एग्जाम होते हैं- पहला स्टेट लेवल पर और दसूरा नेशनल लेवल पर। और कुछ संस्थायें ऐसी होती हैं जो खुद के एग्जाम कंडक्ट करती है।
A. State level enterence exam –
इसमें स्टेट एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटीज और उससे सम्बन्धित कॉलेजों में एडमिशन के लिए व्यापम या अन्य संस्था द्वारा प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की जाती है।
इस परीक्षा में राज्य के लोकल छात्र को प्राथमिकता दिया जाता है। फिर उसके बाद अगर सीट बच जाता है तो अगले राउंड या अंतिम राउंड में अन्य राज्यों के छात्रों को एडमिशन दिया जाता है। लेकिन यह सिस्टम कुछ यूनिवर्सिटीज में होती है।
B. National level entrance exam –
इसमें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) नई दिल्ली द्वारा- AIEEA Exam आयोजित की जाती है । जिसमें सपंर्णू भारत के छात्र एलिजिबल या पात्र होते हैं। और छात्रों को मेरिट के आधार पर भारत के किसी भी एग्रीकल्चर कॉलेज एवं यूनिवर्सिटीज में एडमिशन मिलता है।
C. Autonomous agri. exams –
भारत में कुछ ऐसे भी महाविद्यालय या विश्वविद्यालय या संस्थायें हैं जो अपनी संस्था में एग्रीकल्चरल स्टूडेंट्स को एडमिशन देने के लिए खुद ही एग्जाम कंडक्ट करते हैं ।
इस एग्जाम में सम्पूर्ण भारत के छात्र एग्जाम दिला सकते हैं।
जैसे – उदाहरण के लिए बी.एच.यू. (BHU) एग्रीकल्चरल एग्जाम।
महत्वपूर्ण बिंदु –
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (icar) भारत में कृषि शिक्षा और कृषि अनुसंधान को संचालित करने वाली एक बहुत बड़ी संस्था है।
यह संस्था प्रत्येक 4 या 5 साल में भारत की कृषि कॉलेजों की जांच परख करती है और उन्हें मान्यता प्रदान करती है। इन मान्यता प्राप्त कृषि कॉलेजों में यदि 100 सीटें हैं तो उनमें से under graduation की लगभग 25 प्रतिशत सीट icar कोटा और 75% सीट राज्य कोटा का होता है।
जब आईसीएआर नेशनल लेवल पर कृषि प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करता है तो इस परीक्षा के मेरिट के छात्रों का एडमिशन मान्यता प्राप्त कॉलेजों के इन्हीं 25% icar कोटा वाली सीट पर होता है।
पोस्ट ग्रेजएुशन कोर्सेज में icar कोटा वाली सीट की संख्या 25% से अधिक होती है।
जरूरी सचूना –
यदि आपने स्टेट लेवल या नेशनल लेवल एग्जाम पास कर लिया और आपको कृषि कॉलेज में सीट अलॉट हो गया है तो कॉलेज में एडमिशन लेने से पहलेआपको यह पता कर लेना चाहिए कि वह कॉलेज जिसमें आप एडमिशन लेने वाले हैं वह icar द्वारा मान्यता प्राप्त है कि नहीं !
आपको सिर्फ आई.सी.आर. द्वारा मान्यता प्राप्त कृषि कॉलेज में ही एडमिशन लेना चाहिए । क्योंकि कुछ राज्यों के एग्रीकल्चरल पोस्ट ग्रेजएुशन कोर्सेज (M.Sc.) में सिर्फ उन्हीं विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाती है जिन्होंने आई.सी.ए.आर. द्वारा मान्यता प्राप्त कृषि कॉलेजों से अपना ग्रेजएुशन किया है।
उदहारण –
मान लो सचिन ने किसी ऐसे कॉलेज से अपना बी.एस.सी. एग्रीकल्चर (UG) डिग्री कंप्लीट की है जो ICAR द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है।
डिग्री कंप्लीट होने के बाद सचिन को और आगे पढ़ने की इच्छा हुई और उसने M.sc. करने की सोची ।
तब फिर उसने पोस्ट ग्रेजएुशन के लिए ICAR JRF का पेपर दिया और हमारे हीरो सचिन ने ICAR JRF एग्जाम क्लियर कर दिया और उसे दसूरे राज्य के xyz कॉलेज में सीट अलॉट हो गया। और जब सचिन उस कॉलेज में एडमिशन लेने गया तो उस कॉलेज ने सचिन को एडमिशन देने से मना कर दिया । क्योंकि उस संस्था में सिर्फ उन्हीं विद्यार्थियों को एडमिशन दिया जाता है जिन्होंने icar द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है। और यह बात उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी के नियम काननू वाली किताब में लिखा होता है । यह नियम सिर्फ कुछ राज्य में है बाकी राज्य में ऐसा नहीं है लेकिन हो सकता है कि वह राज्य आपका ही राज्य हो।
अतः आप अगर भविष्य में कृषि कॉलेज में एडमिशन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो इस बात को हमेशा ध्यान में रखें।
अब आपके मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि icar से मान्यता प्राप्त किए बिना ये कृषि कॉलेज संचालित कैसे हो रही है ? इसे तो बदं हो जाना चाहिए !
तो मेरे दोस्त ऐसा है कि भारत के लगभग सभी कृषि कॉलेज, कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किए जाते हैं। और इन गैर मान्यता प्राप्त कॉलेजो को भी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किया जाता हैं।
अतः सबंधित कृषि विश्विद्यालय ने उन्हें अनुमति प्रदान की है इसलिए ये कॉलेज चल रहे हैं।
एग्रीकल्चर में रोजगार के अवसर –
मार्केट में डिमांड हर चीज की होती है ठीक वैसे ही एग्रीकल्चर की भी डिमांड है । बस प्रश्न यह है कि आप उस पर्टिकुलर फील्ड में कितनेअच्छे हो।
अगर आप इस फील्ड के अच्छे जानकार और काबिल होंगे तो आपको इस फील्ड में जॉब के अवसर जरूर मिलेंगे। और यदि अवसर नहीं मिला तो आप खुद ही अवसर बना दोगे बस जरूरत है तो मेहनत और काबिलियत की और रही दूसरी बात तो, जैसे-जैसे जनसंख्या में वृद्धि हो रही है वैसे – वैसे फूड की रिक्वायरमेंट भी बढ़ रही है।
अतः जाहिर सी बात है कि इस क्षेत्र में jobs and Earning के Oprtunity भी उतनी ही तेज गति से बढ़ेंगे।
एग्रीकल्चर सेक्टर में गवर्नमेंट एंड प्राइवेट दोनों तरह की जॉब ओपोर्चुनिटी (Opportunity) होती है।
यदि आपके पास एक बढ़िया problem solving idea है तो आप खुद का स्टार्टअप भी शुरू कर सकते हैं।
गवर्मेन्ट क्षेत्र में कुछ करियर ऑप्शंस –
• National seed corporation
• IFFCO
• state farm corporation of India
• Food corporation of India
• National dairy development board
• NABARD and other banks
• Agricultural finance corporation
• North Eastern regional agricultural
• Marketing corporation
कुछ गवर्नमेंट जॉब ऑप्शंस –
• Rural agricultural extension officer (RAEO)
• Rural horticultural extension officer (RHEO)
• Range forest officer (RFO)
• Agriculture development officer (ADO)
• Government bank officers etc.
केंपस प्लेसमेंट –
• टॉप के अच्छे कॉलेजों में प्राइवेट कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आती है।
प्राइवेट क्षेत्र में करियर ऑप्शंस –
• agro industries
• agriculture marketing
• financial sector with focus on agriculture
• microfinance institutes
• fertilizer companies
• seed companies
• agri biotech organisations.
एवरग्रीन सेक्टर्स –
• UPSC
• PSC
• SSC
• VYAPM
• ARMY
• POLICE SERVICES.
Conclusion –
एग्रीकल्चर के फील्ड में भी छात्र अपना करियर बनाना चाहते हैं जो कि बहुत ही अच्छी बात है और जानकर काफी अच्छा लगता है।
आज भी भारत की 60% जनसंख्या आर्थिक रूप से कृषि क्षेत्र में निर्भर र्है और भोजन (Food) के लिए भारत की 100% जनसंख्या कृषि पर निर्भर है।
लेकिन फिर भी इस सब्जेक्ट को पढ़ने और एग्रीकल्चर को बेहतर बनाने की चाहत बहुत ही कम स्टूडेंट रखते हैं।
अगर आप, भारत की युवा पीढ़ी यह आपके लिए और इस सेक्टर के लिए वरदान साबित होगा।
युवा आंत्रप्रेन्योर (Young Entrepreneurs) के लिए एग्रीकल्चर किसी सुनहरे अवसर की तरह काम आएगी।