परिचय (PMFBY)
फसल उत्पादन में मौसम एवं जलवायु का बहुत बड़ा महत्व होता है। इसी पर ही फसल उत्पादन टिका होता है । जलवायु का सीधा संबंध फसल उत्पादन तथा फसल उत्पादन के तहत किसानों की आर्थिक लाभ एवं हानि पर होता है।
खेती में वर्षा का अत्यधिक होना भी हानिकारक है और कम वर्षा या वर्षा ना होना भी हानिकारक होता है । दोनों ही स्थिति में किसान को नुकसान ही होता है। इसके अलावा अन्य जलवायवीय अथवा वातावरणीय कारक है जो की फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं जैसे आंधी तूफान, ओला, पाला, अतिवृष्टि, सुखा इत्यादि ।
अब ऐसे में अगर किसान को भारी नुकसान हुआ तो किसान अपनी नुकसान की भरपाई कहां से करेगा । क्योंकि कई किसान अपने बहुत सारे पैसे व मेहनत इस कृषि में न्योछावर कर देते हैं। कई किसान तो कृषि ऋण (Agriculture Loan) लेकर खेती करते हैं, क्योंकि कई किसानों की आजीविका सिर्फ कृषि ही होती है।
किसानों की इन्हीं परेशानियों और नुकसान को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) का शुरुआत किया गया ।
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PMFBY क्या है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) को खरीफ सीजन 2016 से लागू किया गया है तथा PMFBY को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय (ministry of Agriculture and farmer welfare) द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।
इसके पहले राष्ट्रीय फसल बीमा योजना (National Crop Insurance Scheme) लागू था । जिसे 13 जनवरी 2016 को हमारे प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा इस योजना को बदलकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किया गया।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) का मुख्य उद्देश्य किसानों की फसलों की सुरक्षा को बढ़ावा देना, किसानों को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई तथा किसानों की आय में बढ़ोतरी करना है।
क्या प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) सभी राज्यों में लागू है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सभी राज्य में लागू नहीं है । कोई-कोई राज्य मना कर देती है क्योंकि इस योजना में किसानों को सब्सिडी दिया जाता है जो कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार संयुक्त रूप से देती है। इसलिए कई राज्य सरकार इसके लिए मना कर देती है।
आंध्र प्रदेश ने 2022 की खरीफ सीजन में इस योजना को दोबारा ज्वाइन किया है।
कौन कौन से राज्य में लागू नही है PMFBY –
प्रीमियम का भार बढ़ने के कारण तेलंगाना, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और गुजरात इस योजना से बाहर निकल गए.
जबकि पंजाब ने अभी तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अपने राज्य में लागू नहीं किया है ।
PMFBY का लाभ कैसे उठाएं?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले आपको इसके लिए अपने बैंक में अप्लाई करना होता है । जिन किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) है उन किसानों का बीमा बैंक स्वतः ही कर देता है और प्रीमियम राशि काट देता है ।
लेकिन जिन किसानों का KCC खाता नहीं है वह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के ऑफिशियल साइट अथवा PMFBY ऐप की मदद से भी ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं और अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं।
Premium राशि क्या है?
प्रीमियम राशि वह राशि होती है जिसे हम हमारी फसल का बीमा कराते हैं। फसल बीमा से हमें जितनी आय की प्राप्ति होती है उसमें से कुछ फीसदी लगभग 5 से 10% हमें फसल बीमा करने वाली कंपनियों को देना होता है।
यह 5 – 10% प्रीमियम राशि भी किसानों के लिए बहुत बड़ी होती है। लेकिन PMFBY के तहत सरकार हमसे बहुत ही कम प्रीमियम राशि भरवाती है बाकी की प्रीमियम राशि खुद सरकार भरती है ।
जैसे खरीफ फसलों के लिए हमें सिर्फ 2% तथा रबी की फसलों के लिए मात्र 1.5% प्रीमियम राशि अदा करनी होती है।
PMFBY के अंतर्गत किसान द्वारा देय प्रीमियम राशि –
फसल |
किसान द्वारा देय प्रीमियम राशि
(बीमित राशि का प्रतिशत) |
खरीफ फसल |
2.0 % |
रबी फसल |
1.5 % |
वार्षिक वाणिज्यिक एवं बागवानी फसलें |
5 % |
PMFBY में फसल बीमा क्लेम कैसे करें?
अगर आपने अपनी फसल का बीमा करवा रखा है और किन्ही प्राकृतिक आपदाओं से आपकी फसल बर्बाद हो गई है तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है ।
अपनी फसल की बीमा का दावा करने के लिए यह निर्भर करता है कि आपने अपनी फसल का बीमा कहां करवाया है ।
पहला – अगर आपने अपनी फसल का बीमा खुद से या किसी कम्प्यूटर केंद्र से ऑनलाइन करवाया है तो आपको PMFBY की ऑफिशियल वेबसाइट या PMFBY App में अपनी फसल बीमा का दावा कर सकते हैं।
आवेदन करने की कुछ ही दिन के अंदर ही उस कंपनी की तरफ से एक सर्वेयर सर्वे करने के लिए आएगा। यदि आपका दावा सही है तो आपका आवेदन वह आगे बढ़ा देगा ।
दूसरा – यदि आपने अपनी फसल का बीमा किसी बैंक के माध्यम से करवाया है तो आपको इसके लिए अपने बैंक में संपर्क करना पड़ेगा।
दावा करने की कुछ दिन के अंदर ही आपके फसल का मुआवजा लेने आपके क्षेत्र का पटवारी या फिर कोई अन्य सर्वेयर आएगा ।
अगर आप की फसल का नुकसान सही पाया जाता है तो आपके क्लेम का आवेदन स्वीकार कर लिया जाएगा ।
अगले कुछ दिनों अथवा महीनों में आपकी फसल बीमा का पैसा आपकी बैंक अकाउंट में आ जाएगा ।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की विशेषताएं व लाभ –
• प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को यदि प्राकृतिक आपदाओं के कारण आर्थिक हानि होती है तो इस हानि को सरकार द्वारा कुछ हद तक कवर करने की कोशिश किया जाता है।
• इस योजना के तहत किसानों के द्वारा भुगतान की जाने वाली बीमा की प्रीमियम राशि को बहुत ही कम रखा गया है जिससे छोटा किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकें ।
• सभी खरीद फसलों के लिए किसानों को केवल 2% और सभी रबी फसलों के लिए 1.5% की प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा।
• वार्षिक वाणिज्यिक बागवानी फसलों के मामले में किसानों द्वारा भुगतान किया जाने वाला प्रीमियम राशि केवल 5% होगा।
• पहले यह योजना सभी ऋणी किसानों के लिए अनिवार्य था, लेकिन 2020 के बाद केंद्र ने ऐसे सभी किसानों के लिए वैकल्पिक कर दिया है
• इस योजना के तहत post-harvest (फसल कटाई के बाद) नुकसान को भी शामिल किया गया है । फसल काटने के 14 दिन तक यदि फसल खेत में है और उस दौरान कोई आपदा के कारण फसल नुकसान हो जाता है तो किसानों को दावा राशि प्राप्त हो सकेगी ।
• इस योजना में टेक्नोलॉजी का भी उपयोग किया जाएगा जिससे नुकसान का आकलन शीघ्र और सही हो सके ।
• यह योजना कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।
• बीमा राशि सीधे किसान के बैंक खाते में ऑनलाइन रूप से जमा की जाती है।
People Also Ask – सवाल और जवाब –
1. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) क्या है ?
उत्तर – PMFBY केंद्र सरकार की एक बीमा योजना है जिसके अंतर्गत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए उनके फसलों की बहुत ही कम प्रीमियम राशि पर बीमा कराया जाता है।
2. PMFBY का पूरा नाम क्या है ?
उत्तर – PMFBY का पूरा नाम Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana है ।
3. PMFBY को कब लॉन्च किया गया ?
उत्तर – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) को 13 जनवरी, 2016 को लॉन्च किया गया था।
4. What is the premium amount for Pmfby?
Ans. There will be a uniform of only 2% to be paid by farmers for all kharif crops and 1.5% per all Rabi crops
5. PMFBY का 3 मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर – PMFBY का तीन उद्देश्य –
• अप्रत्याशित घटनाओं से उत्पन्न होने वाली फसल की हानि से पीड़ित किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना ।
• किसानों की आय को स्थिर करना।
• किसानों की फसलों की सुरक्षा को बढ़ावा देना।
6. फसल बीमा में कितना पैसा मिलता है?
उत्तर – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सभी फसलों के लिए बीमा का पैसा प्रति एकड़ के हिसाब से अलग अलग मिलता है । जैसे – धान की फसल के लिए 37,484 रुपये, मक्का की फसल के लिए 18,742 रुपये, कपास की फसल के लिए 36,282 रुपये, बाजरा की फसल के लिए 17,639 रुपये प्रति एकड़ दिया जाता है । (आदि)
7. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को खरीफ फसलों के लिए कितना % प्रीमियम देना होता है?
उत्तर – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को खरीफ फसलों के लिए सिर्फ 2 % प्रीमियम देना होता है।
8. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को रबी फसलों के लिए कितना % प्रीमियम देना होता है?
उत्तर – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को रबी फसलों के लिए मात्र 1.5 % प्रीमियम देना होता है।
9. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को वार्षिक वाणिज्यिक बागवानी फसलों के लिए कितना % प्रीमियम देना होता है?
उत्तर – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को वार्षिक वाणिज्यिक बागवानी फसलों के लिए 5 % प्रीमियम देना होता है।
10. फसल बीमा का लाभ कैसे उठाये ?
उत्तर – प्रधान फसल बीमा का लाभ उठाने के लिए आपको सबसे पहले इसके लिए आवेदन करना पड़ेगा। आप आवेदन बैंक में भी कर सकते हैं और ऑनलाइन भी कर सकते हैं । ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको PMFBY के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
एक फसल का दो अलग अलग जगह बीमा हो सकता है