घर की छत पर टमाटर की खेती कैसे करें – पौधा लगाने से लेकर फलों की तुड़ाई तक

जाने अपने घर की छत पर टमाटर की खेती कैसे करें - पौधा लगाने से लेकर फलों की तुड़ाई तक

परिचय

               टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसका उपयोग रसोई में हमेशा होती है तथा जिसका उपयोग लगभग सभी प्रकार की सब्जियों में किया जाता है। ऐसे में किसानों के अलावा कई लोग अपने घर के पास छोटे जगह या घर छत में अपनी जरूरतों के हिसाब से टमाटर या अन्य सब्जियों की खेती करते हैं । आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि आप अपने घर की छत पर टमाटर की खेती कैसे कर सकते हैं ?

 

आज के समय में गांव से लेकर शहर तक लोगों में गार्डनिंग की रुचि बढ़ती ही जा रही है यहां तक कि लोग अपने घर की छत पर खेती छोटी सी गार्डन बनाकर तरह-तरह के फूलों, सब्जियों व फलों की खेती करते हैं। अगर आप भी अपने घर की छत पर टमाटर उठाना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए ही है क्योंकि इस लेख में हम आपको बताएंगे कि घर की छत पर टमाटर की खेती कैसे करते हैं? छत पर टमाटर की फसल की देखभाल कैसे करें? छत पर टमाटर उगाने की पूरी प्रक्रिया।

भारत में टमाटर खाने का सबसे लोकप्रिय स्रोत है। लेकिन शहरों में अधिकांश लोगों के पास अपनी खेती के लिए स्थान नहीं होता है। लेकिन अगर आप घर की छत पर टमाटर की खेती करना चाहते हैं तो इस लेख में इसके बारे में बताया गया है।

टमाटर की खेती के लिए बड़े स्पेस की जरूरत नहीं होती है। इसे आप अपने घर की छत पर भी उगा सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:

छत पर टमाटर की खेती करने के लिए आवश्यक सामग्री :- 

● गमला या ग्रो बैग्स,

● मिट्टी,

● पौध तैयार करने के लिए सीडलिंग ट्रे या किसी दूसरे खाली जमीन पर भी पौध तैयार किया जा सकता है ।

● खाद और उर्वरक,

● नेट या अन्य सहारा देने वाले माध्यम – पौधे को चढ़ाने के लिए क्रीपर नेट या अन्य लकड़ी, तार या जाली जिसे टमाटर के पौधे को चढ़ाया जा सके या सहारा दे सके।

● स्प्रेयर – आवश्यकता पड़ने पर कीटनाशकों, रोगनाशको का छिड़काव करने के लिए,

● वाटरिंग कैन – पौधों को पानी देने के लिए,

● अन्य गार्डन उपकरण।

 

टमाटर की पौध (Seedlings) तैयार करना :-

टमाटर की खेती करने के लिए आपको टमाटर के पौधे किसी अच्छे किस्म व गुणवत्ता वाले बीज से तैयार करना चाहिए। पौधा तैयार करने से पहले उचित क्षेत्र का चुनाव करें । उसमें अच्छी तरह जीवांश खाद डालकर उपयुक्त आकार की क्यारी तैयार कर लेते हैं। आप छोटे-छोटे गमलों में या सीडलिंग ट्रे में भी टमाटर की पौध (Seedlings) तैयार कर सकते हैं ।

बीजों को बोने के बाद खाद युक्त मिट्टी की पतली परत से ढक ले ।

आवश्यकतानुसार हजारे से सिंचाई करते रहें और पौधों की तेज धूप या तेज वर्षा से रक्षा करें ।

 

टमाटर की उन्नत किस्में – स्वर्णा लालिमा, अर्का रक्षक, पूसा एवरग्रीन, सोनाली, पंत बहार, गैमेड, एक्स.एल.152, पूसा रूबी इत्यादि।

 

टेरेस गार्डनिंग के लिए मिट्टी तैयार करना :-

छत पर टमाटर की खेती के लिए मिट्टी

• खेत की सादी मिट्टी – 30%

• कोकोपीट – 30%

• बाकी चा हुआ भाग – वर्मीकम्पोस्ट, गोबर की खाद, बोन मील/रॉक फास्फेट, नीम की खली, सरसों की खली (बराबर मात्रा में)

• उपरोक्त सामग्री को अच्छे से मिला दें ।

• अब इस तैयार मिट्टी को ग्रो बैग्स या गमले में भरें ।

• मिट्टी भरते समय गमले या ग्रो बैग के लगभग 10% भाग खाली रहने दें ताकि बाद में और खाद डाल सकें।

 

पौधों की रोपाई – 

बीज की बुवाई के लगभग 20 से 25 दिनों में जब पौधा आठ से 10 सेंटीमीटर ऊंचाई की हो जाए तो पौधों को सीडलिंग ट्रे से सावधानी पूर्वक निकालकर इसे तैयार गमले या तैयार ग्रो बैग्स में लगा देना चाहिए ।

पौधों की रोपाई शाम के समय करनी चाहिए ।

रोपाई करने के तुरंत बाद हल्की सिंचाई केन की सहायता से कर दे।

 

पौधों की देखभाल – 

• छत पर टमाटर की ग्रो बैग्स या गमले ऐसी जगह होनी चाहिए जहां पर पौधों को 6 से 8 घंटे की धूप मिल सके ।

• ग्रुप बैग्स या गमले में नमी बनाए रखने के लिए आवश्यकतानुसार हजारे/वाटरिंग कैन से सिंचाई करते रहें।

• अच्छे फल प्राप्त करने के लिए टमाटर के पौधों को सहारा देना आवश्यक होता है, इसके लिए नेट या अन्य सहारा देने वाले माध्यम जैसे क्रीपर नेट, तार, जाली, लकड़ी आदि का प्रयोग कर सकते हैं।

• ग्रो बैग्स या गमलों का समय-समय पर निरीक्षण करते रहें, ताकि खरपतवार उगने पर निराई गुड़ाई कर सकें।

• सप्ताह में एक बार नीम तेल का स्प्रे करें ताकि पौधों में बीमारी न लगे।

• मोजेक या लीफ माइनर रोग अगर कुछ पौधों या पत्तियों पर दिखाई दे तो पत्तियों अथवा पौधों को अलग कर फेंक दें ताकि रोग बाकी पौधों में न फैले।

• गमले या ग्रो बैग्स के पास Yellow Sticky Tape भी लगा सकते हैं या लाइट ट्रेप भी कीटों को नियंत्रित करने के लिए लगा सकते हैं।

 

फलों की तुड़ाई –

रोपाई के लगभग तीन माह बाद टमाटर का फल तैयार हो जाता है जिसकी आवश्यकतानुसार गुलाबी या लाल अवस्था में तुड़ाई की जा सकती है।

जाने अपने घर की छत पर टमाटर की खेती कैसे करें - पौधा लगाने से लेकर फलों की तुड़ाई तक

 

निष्कर्ष :- 

अपने घर की छत पर टमाटर उगाना पौष्टिक सब्जियों की ताजा आपूर्ति सुनिश्चित करने का एक शानदार तरीका है। कुछ देखभाल और ध्यान के साथ, आप घर पर ही रसीले और स्वादिष्ट टमाटर की भरपूर फसल का आनंद ले सकते हैं।

 

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