इन 10 कृषि उद्योग को छोटे पैमाने पर कर सकते हैं शुरू | 10 agricultural industries that can be started on a small scale easily

कृषि उद्योग (Agricultural Industries): दोस्तों कृषि उद्योग एक ऐसा उद्योग है जिसका कभी भी अन्त नही होने वाला क्योंकि इंसान कभी भी खाना खाना नही छोड़ने वाला। कृषि उत्पादों का डिमांड कभी भी समाप्त नही हो सकता बल्कि इसकी मांग समय के साथ बड़ती ही रहेगी। यहाँ हम 10 ऐसे कृषि उद्योगों के बारे में जानेंगे जिन्हें आप छोटे पैमाने पर आसानी से शुरू कर सकते हैं।

कृषि उद्योग, krishi udyog, agricultural industries

कृषि उद्योगों (agricultural industries) में अपनी जगह बनाने के लिए बड़े पैमाने पर ही उद्योग शुरू करे ऐसा बिल्कुल नहीं, छोटे पैमाने पर कृषि उद्योग (agriculture industries) शुरू करके भी आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

 

10 कृषि उद्योग (Agricultural industries) जो लघु उद्योग के तौर पर शुरु कर सकते हैं

1. मशरूम की खेती

मशरूम की खेती एक लाभकारी उद्योग है क्योंकि इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। मशरूम का सेवन करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। मशरूम का फास्ट फूड में भी बहुत उपयोग किया जा रहा है तथा रेस्टोरेंट में मशरूम का काफी डिमांड होता है।

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मशरूम स्वादिष्ट होने के साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर होता है। मशरूम में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी, विटामिन डी, आयरन, पोटेशियम, सेलेनियम, कॉपर आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है। मशरूम का जीवन चक्र छोटा होता है, खेती करने में सुविधाजनक होता है तथा इसकी बाजार में उच्च मांग व कीमत मिलती है।

मशरूम की खेती शुरू करने के लिए अपेक्षाकृत कम जगह की आवश्यकता होती है और इसे घर में भी शुरू किया जा सकता है।

 

आवश्यकताएँ –

• उच्च गुणवत्ता वाली मशरूम स्पॉर्न

• जगह – मशरूम उत्पादन के लिए

• अच्छे वेंटिलेशन और नमी नियंत्रण की व्यवस्था

• माध्यम – मशरूम की खेती करने के लिए

 

2. मधुमक्खी पालन

मधु यानिकि शहद तो आप जानते ही हैं जिसे मधुमकखी बनाती है। शहद स्वाद में मीठा और कई औषधिय गुणों वाली होती है जिस कारण इसकी मांग बाजारों में हमेंशा बनी रहती है।

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मधुमक्खी पालन कृषि उद्योग का एक तेजी से बढ़ता हुआ व्यवसाय है। शहद का भारतीय परिवारों में एक महत्वपूर्ण स्थान है और यह कई खाद्य और सौंदर्य उत्पादों में इस्तेमाल होता है। मधुमक्खी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए कम भूमि की आवश्यकता होती है, लेकिन मधुमक्खियों की विशेष देखभाल की जरूरत होती है।

मधुमक्खी पालन से आप शहद और अन्य मधुमक्खी उत्पादों की बिक्री से एक स्थायी और सफल व्यवसाय खड़ा कर सकते हैं।

शहद उत्पादन या मधुमक्खी पालन के लिए बहुत अधिक स्थान की आवश्यकता नहीं होती इसे आप छोटे पैमाने पर शुरू करके अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। अदि आप छोटे पैमाने पर मधुमक्खी पालन करना चाहते हैं तो शुरुआत में कुछ छत्तों/बक्सों से शुरुआत करें तथा जैसे जैसे आप अनुभव प्राप्त करते हैं तब धीरे-धीरे विस्तार कर सकते हैं।

 

आवश्यकताएँ –

• बुनियादी ज्ञान – मधुमक्खी पालन शुरू करने के लिए मधुमक्खियां के जीवन व्यवहार और उसके वातावरण का बुनियादी ज्ञान होना चाहिए।

• मधुमक्खी के बॉक्स।

• प्रोटेक्टिव गियर

• इत्यादि।

 

3. जैविक खेती

आज के समय में स्वास्थ्य के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ती जा रही है। लोग आजकल जैविक उत्पादों को खरीदना और खाना ज्यादा पसंद करते हैं। जहां पारंपरिक खेती में विभिन्न प्रकार के विषैले रसायनों का प्रयोग किया जाता है जिससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। लेकिन पारंपरिक खेती के विपरीत जैविक खेती में रसायनों का प्रयोग नहीं किया जाता बल्कि जैविक खादों जैसे कंपोस्ट खाद और गोबर खाद का उपयोग किया जाता है।

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जैविक उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है ऐसे में किसान पारंपरिक खेती की तुलना में जैविक खेती करके अपनी उत्पादों का अधिक कीमत प्राप्त कर सकते हैं।

जैविक खेती करने या इसके बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र की सहायता ले सकते हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के सानिध्य में आप जैविक खेती की शुरुआत कर सकते हैं।

ऐसे में मान लीजिए आपके जैविक फार्म को कृषि विज्ञान केन्द्र की तरफ से प्रमाण पत्र मिल जाता है तो आपका फॉर्म आसपास में विख्यात हो जाएगा जिससे आप अपने जैविक फॉर्म से ही मोटी कमाई कर सकेंगे।

 

4. हाइड्रोपोनिक्स खेती

हाइड्रोपोनिक्स क्या है?

हाइड्रोपोनिक्स एक ऐसी खेती की विधि है जिसमें मिट्टी की जगह पानी में पौधों को उगाया जाता है। इसमें पोषक तत्वों को पानी में मिलाकर पौधों को प्रदान किया जाता है। इसमे पानी के साथ कंकड़ या बालू का भी उपयोग किया जा सकता है।

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हाइड्रोपोनिक्स के लाभ

– कम पानी की आवश्यकता

– किसी भी मौसम में खेती संभव

– उच्च उपज

 

हाइड्रोपोनिक्स खेती कैसे शुरू करें?

हाइड्रोपोनिक्स सेटअप के लिए एक छोटी जगह और कुछ बेसिक उपकरण जैसे कि पोषक तत्व समाधान, पंप और ग्रो लाइट्स की आवश्यकता होती है। आप इसे अपने घर के आंगन या छत पर भी शुरू कर सकते हैं।

 

5. डेयरी व्यवसाय

भारत दुनिया का सबसे बड़ा डेयरी उत्पादक और उपभोक्ता वाला देश है इससे आप अनुमान लगा सकते हैं की डेयरी व्यवसाय कृषि उद्योग में एक स्थिर और लाभदायक व्यापार है। लोग दूध का उपयोग हर रोज करते हैं सुबह दूध और चाय से लेकर शाम के meal तक। बहुत सारे भोज्य पदार्थ या मिठाइयों में दूध का उपयोग होता है।

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डेयरी उत्पादों की निरंतर मांग को देखते हुए डेयरी व्यवसाय आज के समय में काफी लाभदायक व्यवसाय बन सकता है। इसे शुरू करने के लिए आपको पशुधन, चारा और मशीनरी में निवेश करना होगा।

 

6. औषधीय पौधों की खेती

भारत में औषधीय जड़ी-बूटियों की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है, और आधुनिक दवाओं के विकल्प के रूप में इनकी मांग बढ़ रही है। औषधीय जड़ी-बूटियों की खेती एक अत्यधिक लाभदायक व्यापार हो सकता है, खासकर अगर आप उन जड़ी-बूटियों पर ध्यान दें जिनकी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में मांग हो। इन जड़ी-बूटियों का उपयोग औषधियों, कॉस्मेटिक्स, और स्वास्थ्य उत्पादों में किया जाता है।

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औषधीय पौधे क्या हैं?

तुलसी, नीम, एलोवेरा, अश्वगंधा जैसे बहुत से पौधे जो औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध हैं। जिनका उपयोग दवाओं में या स्वास्थ्य सुधार में किया जाता है। इनकी खेती कर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

 

कैसे शुरू करें?

इन पौधों के बीज या कटिंग्स खरीदकर अपने बगीचे या फार्म में लगाएं। अन्य फसलों कि अपेक्षा औषधीय पौधों की देखभाल आसान होती है और ये तेजी से बढ़ते हैं।

 

7. पोल्ट्री फार्मिंग

आज हमारे देश में पोल्ट्री फार्मिंग एक महत्वपूर्ण व्यवसाय के रूप में उभर रहा है, जिसके माध्यम से गरीबो को न सिर्फ पोषक तत्वों की पूर्ति हो रही है बल्कि रोजगार व आय में भी वृद्धि हो रही है। मुर्गीपालन मुख्यतः अण्डा और मांस के लिए किया जाता है। विगत कुछ वर्षों में हमारे देश में अण्डे व मांस का उत्पादन व खपत दोनों ही बढ़ा है।

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मुर्गी पालन एक सुलभ और स्केलेबल कृषि व्यवसाय है। अंडे और मांस के लिए मुर्गियों, बत्तखों या बटेर पक्षियों को पालना एक साधारण मुर्गी आवास व सामान्य व्यवस्था में किया जा सकता है। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आवास, चारा और पक्षियों में छोटे निवेश की आवश्यकता होती है। मुर्गी पालन से त्वरित लाभ मिलता है क्योंकि मुर्गियाँ कुछ ही महीनों में अंडे देना शुरू कर देती हैं। अंडे और पोल्ट्री मांस लगातार बाजार मांग के साथ प्रमुख खाद्य पदार्थ हैं। इसके अतिरिक्त, पोल्ट्री खाद को जैविक उर्वरक के रूप में बेचा या उपयोग किया जा सकता है, जिससे आपके व्यवसाय में आय का एक और स्रोत जुड़ जाएगा।

 

8. मछली पालन

भारत में मछली एक प्रमुख खाद्य पदार्थ है, और इसके पोषण गुणों के कारण इसकी मांग निरंतर बनी रहती है। मछली पालन व्यवसाय में कम निवेश के साथ अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। मछलियों की मांग हमेशा बनी रहती है, जिससे बाजार में मछलियों की अच्छी कीमत मिलती है।

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मछली पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए बड़े जमीन की आवश्यकता नहीं होती। छोटे तालाब या कंटेनरों में भी इसे शुरू किया जा सकता है।

मछली पालन को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में किया जा सकता है। यहां तक कि आप इसे अपने घर या फार्म के पास छोटी जगह में छोटे तालाब से भी शुरू कर सकते हैं।

अदि आप मछली पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो भारत सरकार और राज्य सरकारें मछली पालन के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाती हैं। इनमें वित्तीय सहायता, सब्सिडी, और प्रशिक्षण शामिल होते हैं। आप इसका भी फायदा ले सकते हैं।

 

9. फूलों का व्यापार

फूलों की हमेशा सजावट, समारोहों, और उपहारों में उपयोगिता रहती है जिससे इसकी मांग हमेशा रहती है। साल में ऐसे कितने ही त्योहार, समारोह या उत्सव आते हैं जिसमे फूलों की मांग होती है। अलग अलग उत्सवों में अलग अलग प्रकार के फूल। इसका मतलब है कि आपके पास हमेशा एक स्थिर बाजार रहेगा।

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फूलों का व्यापार शुरू करने के लिए आपको बहुत अधिक भूमि की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन आपको विभिन्न प्रकार के फूल उगाने की आधारभूत ज्ञान की आवश्यकता होगी, खासकर दुर्लभ किस्मों को उगाने के लिए।

छोटे पैमाने पर फूलों का व्यापार कम निवेश में शुरू किया जा सकता है। अगर आप खुद फूलों की खेती करते हैं तो आपको ज्यादा लागत नहीं आएगी और आप अच्छी कमाई कर सकते हैं।

 

10. ट्री फार्मिंग

ट्री फार्मिंग कृषि उद्योग (Agricultural Industries) में एक अनदेखा लेकिन अत्यधिक लाभदायक व्यवसाय है। फल देने वाले पेड़ों के अलावा, आप लकड़ी के पेड़ों की खेती कर सकते हैं, जिनकी भवन निर्माण, फर्नीचर, और अन्य उद्योगों में भारी मांग होती है।

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पेड़ एक बार अच्छी तरह से स्थापित हो जाने के बाद कम रखरखाव की आवश्यकता होती है। खेती की तुलना में इसमें श्रम की जरूरत कम होती है और लागत भी कम होती है।

ध्यान रहे कि ट्री फार्मिंग एक दीर्घकालिक निवेश है तथा फार्मिंग शुरू करने से पहले आपको अपनी भूमि, जलवायु और मिट्टी के प्रकार का विश्लेषण करना चाहिए।

 

निष्कर्ष

तो दोस्तों आपने इस आर्टिकल में पढ़ा ’10 कृषि उद्योग (agricultural industries) जो छोटे पैमाने पर शुरू कर सकते हैं’ और जाना कि कैसे छोटे पैमाने पर कृषि उद्योग शुरू करना एक प्रॉफिटेबल बिजनेस हो सकता है। चाहे वह मशरूम की खेती, हाइड्रोपोनिक्स हो मधुमक्खी पालन हो, औषधीय पौधों की खेती हो, जैविक खेती हो, पोल्ट्री फार्मिंग का बिजनेस हो, मछली पालन हो, डेयरी व्यवसाय हो, फूलों का व्यापार हो या ट्री फार्मिंग हो प्रत्येक का अपना एक विशेष स्थान, लाभ और महत्व है।

ऊपर दिए गए किसी भी कृषि उद्योग अथवा कृषि व्यवसाय को शुरू करने या इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने नजदीक के कृषि विज्ञान केन्द्र में सम्पर्क कर सकते हैं। तथा भारत सरकार और राज्य सरकारें द्वारा विभिन्न कृषि उद्योग या व्यवसाय शुरू करवाने के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई जाती हैं। आप इन योजनाओं का भी फायदा उठा सकते हैं क्योंकि इनमें वित्तीय सहायता, सब्सिडी, और प्रशिक्षण शामिल होते हैं।

 

अपील

हमारा यह छोटे पैमाने पर शुरू कर सकने वाली 10 कृषि उद्योग (10 agricultural industries) वाला पोस्ट कैसा लगा कमेंट करके जरूर बतायें और इसे अपने दोस्तों या जरूरतमंदो तक जरूर शेयर करें। Thankyou ❣️

 

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