बागवानी का अर्थ (Meaning of horticulture)
हॉर्टिकल्चर (Horticulture) शब्द लेटिन भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द है “Hortus” जिसका अर्थ होता है “Garden” और दूसरा शब्द है “culture/cultura” जिसका अर्थ होता है फसलों व पौधों की खेती।
नोट- Horticulture को हिंदी में उद्यान विज्ञान और बागवानी के नाम से भी जाना जाता है ।
बागवानी की परिभाषा (Definition of Horticulture)
परिभाषा न.1) – कृषि विज्ञान की वह शाखा जिसमें फल, फूल एवम् सब्जी उत्पादन तथा फल परिरक्षण का विस्तृत अध्ययन किया जाता है उद्यान विज्ञान कहलाता है।
परिभाषा न.2)– Horticulture is the science and art of cultivating fruits, vegetables, flowers, and ornamental plants.
परिभाषा न.3)– Growing of flower fruits vegetables and other plants for ornament, fancy and economic purpose is called Horticulture
बागवानी का महत्व (Importance of Horticulture)
◆ Daily diet fulfillment– हमें खाने के लिए विभिन्न प्रकार की सब्जियों और फल की प्राप्ति होती है। इन फूड मैटेरियल से हमारे शरीर को कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा की पूर्ति होती है जो हमारे शरीर के ग्रोथ एंड डेवलपमेंट के लिए बहुत जरूरी होता है।
◆ बागवानी फसलों से, field crops की अपेक्षा प्रति यूनिट उत्पादन अधिक होता है।
◆ उदाहरण के लिए- धान की फसल 30 क्विंटल/ हेक्टेयर की अधिकतम उपज देती है, जबकि केले की फसल 300-450 क्विंटल/ हैक्टेयर और अंगूर 90-150 क्विंटल/ हेक्टेयर देती उत्पादन देती है।
◆ फल वाली फसलों की खेती उन स्थानों पर भी की जा सकती है जहां की भूमि अत्यधिक ढलान वाली होती है।
◆ फल, फूल एवं सब्जियों की हमेशा अंतरराष्ट्रीय डिमांड रहती है। अतः इनके निर्यात/Export से विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है।
◆ हॉर्टिकल्चर के अंतर्गत उगाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के पौधे, प्रदूषण को रिड्यूस करके प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
◆ problematic soil के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
◆ प्रॉब्लमैटिक सॉइल का उपयोग और विकास फल वृक्ष रोपकर किया जाता है लगभग सभी प्रकार की प्रॉब्लमैटिक सॉइल्स के लिए वृक्ष उपलब्ध हैं, जैसे- आंवला, इमली, बेर, खजूर, अमरुद, सीताफल, काजू आदि।
◆ मृदा कटाव को कम करती है और भूमि संरक्षण को बढ़ावा देती है जिसे उपजाऊ भूमि परती होने से बच जाती है।
◆ कपड़ा उद्योग, चीनी उद्योग, वाइन उद्योग आदि एग्रीकल्चर रॉ-मटेरियल पर आधारित उद्योगों को कच्चे माल की प्राप्ति होती है।
बागवानी फसलों की विशेषताएं (Characteristics of Horticultural Crops)
● आप इन फसलों को घर के गार्डन में, एक गमले पर भी उगा सकते हैं और सैकड़ों एकड़ जमीन पर भी इनकी खेती कर सकते हैं।
उदहारण – एलोवेरा ।
● ये ऐसे पौधे हैं जो आर्थिक लाभ और सुंदरता दोनों के लिए उगाए जाते हैं।
● खासकर शहरों में तो इन पौधों को, केवल सजावट और सुंदरता के लिए उगाया जाता है।
उदहारण – गार्डन में लगने वाले पौधे।
● बागवानी फसलों का उपयोग humen diet को diversify करने के लिए और आस पास के वातावरण को enhence करने के लिए किया जाता है।
● कुछ बागवानी फसलें ready to eat होते हैं जैसे – फ्रूट्स आदि।
● उपयोगी plant part की बात करें तो, अधिकांश फिल्ड क्रॉप्स को grain और seed के लिए उगाया जाता है जबकि बागवानी फसलों को फल, फूल, तना तथा जड़ के लिए उगाया जाता है।
भारत में बागवानी फसलों की स्थिति
– भारत फल एवं सब्जी उत्पादन में – विश्व में द्वितीय
– भारत आम व केला के उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान पर है ।
हॉर्टिकल्चर की शाखाएं (Branches of Horticulture)
• उद्यान विज्ञान को चार प्रमुख भागों में विभाजित करके अध्ययन किया जाता है –
1.फल विज्ञान (Pomology)
2.पुष्प विज्ञान (Floriculture)
3.सब्जी विज्ञान (Olericulture)
4.फल परिरक्षण (fruit preservation)
Or post harvest technology
एवं अन्य शाखाएं –
5. Ornamental gardening
6. Landscaping
1. पोमोलॉजी (Pomology)
• फलदार पौधों तथा फल उत्पादन के विषय में अध्ययन करना पोमोलॉजी कहलाता है।
• इसे हिंदी भाषा में फल विज्ञान कहते हैं।
• यह लेटिन भाषा के शब्द “Pomum” एवं ग्रीक भाषा के शब्द “Logos” से मिलकर बना है।
• Pomum + Logos = Pomology
प्रमुख फल वर्गीय फसलें –
• आम • अमरुद
• जामुन • लिची
• ड्रैगन फ्रूट • नींबू
• मौसुंबी • संतरा
• नींबू • पपीता
• चीकू • खजूर
• नारियल • सेब
• स्ट्रॉबेरी • केला
• अनन्नास • सीताफल
• काजू • करौंदा
• शहतूत • कठहल
• अंगूर • बेर
• आंवला • अनार
2. फ्लोरीकल्चर (Floriculture)
• फूलों की खेती के विषय में अध्ययन करना फ्लोरीकल्चर कहलाता है।
• इसे हिंदी भाषा में पुष्प विज्ञान कहते हैं।
• यह लेटिन भाषा का एक शब्द है जो Flower = फूल तथा Cultura = खेती से मिलकर बना है।
• Flower + Cultura = Floriculture
• फ्लोरीकल्चर के अंतर्गत अलंकृत बागवानी भी आती है, जिसे अंग्रेजी भाषा में ornamental gardening कहते हैं । जिसमें सजावटी, फैंसी पेड़ पौधों को उगाने की प्रक्रिया का अध्ययन करते हैं।
प्रमुख फूल वर्गीय पौधे –
• गुलाब
• क्राइसेन्थिमम
• डहेलिया
• ग्लेडियोलस
• रजनीगंधा
• गेंदा
• चमेली
• कॉसमॉस
• जिनिया
• सूर्यमुखी
• चाइना एस्टर
• कार्नेशन
• जरबेरा
• कैलेनडुला
3. ओलेरीकल्चर (Olericulture)
• सब्जियों की खेती का अध्ययन करना ओलेरीकल्चर कहलाता है।
• हिंदी भाषा में इसे सब्जी विज्ञान कहते हैं।
• यह शब्द लेटिन भाषा के दो शब्दों Oleris + Cultura से मिलकर बनी है।
• Oleris = Pot hurb, Cultura/Culture = खेती करना।
प्रमुख सब्जी वर्गीय फसलें –
• भिंडी • फूलगोभी
• पत्तागोभी • गांठगोभी
• मिर्च • टमाटर
• लहसुन • शकरकंद
• आलू • गाजर
• जिमीकन्द • मटर
• लोबिया • शलजम
• चुकंदर • अरबी
• कुम्हड़ा • खीरा
• ग्वारफली • लौकी
• सेम • फ्रांस बीन
• तरबूज • खरबूज
• तरोई • करेला
• टिंडा • पेठा
• प्याज • हल्दी
• मुली • परवल
• कुंदरु • धनिया
• अदरक • पालक
• मेथी • लालभाजी
4. फल परिरक्षण (fruit preservation)
फ्रूट प्रिजर्वेशन में फूड मटेरियल (Veg. Fruit etc) आदि को हार्वेस्टिंग के बाद लंबे समय तक हेल्दी बनाए रखने के तरीकों का अध्ययन किया जाता है।
और उन फूड मटेरियल से विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ जैसे- अचार, मुरब्बा, जैम आदि चीजों को बनाने की टेक्निक एंड प्रिंसिपल्स की स्टडी की जाती है।
महत्वपूर्ण फल परिरक्षण विधियां एवं सिद्धांत –
• निजर्मिकरण (Sterlization)
• पाश्च्युरिकरण (Pasteurization)
• फ्रीजिंग (Freezing)
• गहन प्रशितन (Cry preservation)
• सुखना (Drying)
• परासरण (Osmosis)
• डिब्बाबंदी (Canning)
• किण्वन (Fermentation)
• ब्लांचिंग (Blanching)
परिरक्षित उत्पाद –
• जैम (Jam)
• जेली (Jelly)
• फल पानक ( Squash)
• कॉर्डियल (Cordial)
• शरबत (Sarbat)
• सुगंधित शरबत (Flavoured syrup)
• अचार (Pickle)
Horticultural Crops and plants –
आमतौर पर शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों द्वारा निम्न फसलों को हॉर्टिकल्चर में शामिल किया जाता है –
• Vegitables
• Fruit plants and trees
• Flowers
• Aromatic and medicinal plants
• Ornamental plants
• Trees
• Bushes
• Shurbs
• Grasses
• Vines
• Clippers etc.
हॉर्टिकल्चर में रोज़गार के ऑप्शंस-
• जैसे-जैसे जनसंख्या में वृद्धि हो रही है वैसे-वैसे फूड की रिक्वायरमेंट भी बढ़ रही है।
• अतः जाहिर सी बात है कि इस क्षेत्र में jobs and Earning के Oprtunity भी उतनी ही तेजी गति से बढ़ेंगे।
• हॉर्टिकल्चर सेक्टर में गवर्नमेंट एंड प्राइवेट दोनों तरह की जॉब की ऑपर्च्युनिटी होती है।
• यदि आपके पास एक बढ़िया problem solving idea है तो आप खुद का स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं।
• फल, सब्जी या फ्लावर की खेती करके किसान के रूप में भी Money earn किया जा सकता है।
• as compared to field crop horticultural crops give more returns per unit area (more yield in terms of weight and money)
• हॉर्टिकल्चर के अंतर्गत ही लैंडस्कैपिंग भी आती है अतः आप इस फील्ड में भी अपना करियर बना सकते हैं।
• गार्डनों, शहरों, घरों और सड़कों के ब्यूटीफिकेशन के लिए आजकल प्रोफेशनल लैंडस्केपर की डिमांड हमेशा बनी रहती है।
Horticulturist क्या होता है?
• हॉर्टिकल्चरिस्ट वह व्यक्ति होता है जो अपने ज्ञान और कौशल का प्रयोग करके उद्यानिकी पौधे जैसे- फल, फूल, एवं सब्जियों की खेती करता है।
• एक हॉर्टिकल्चरिस्ट फसलों के रिसर्च एंड डेवलपमेंट में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
• रिसर्च एंड डेवलपमेंट कार्यों में नए और उन्नत किस्मों की पौधों का विकास शामिल है।
भारत में स्थित प्रमुख बागवानी संबधित संस्थान (Major Horticultural Institutes in India)
• इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हॉर्टिकल्चर रिसर्च (IIHR) –
Bangalore।
• इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेजिटेबल रिसर्च (IIVR) –
वाराणसी, उत्तरप्रदेश।
• एशियन वेजिटेबल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर –
ताइवान
• डायरेक्ट्रेट ऑफ फ्लोरीकल्चर रिसर्च (DFR) – नई दिल्ली
• Central tuber crops research institute
(CTCR) – Thiruvananthapuram
• Central Potato Research Institute (CPRI) –
Shimla, Himachal Pradesh.
• Indian Institute of Spices Research (IISR) –
Calicut, kerala.
• Central Plantation Crops Research Institute
(CPCRI) – Kasaragod, Kerala.
• Central Institute for Sub-Tropical
Horticulture (CISTH) – Kakori, Lucknow, UP.
(National Research Center for Arid
Horticulture) – Bikaner, Rajasthan.
• Central Institute of Temperate Horticulture
(CITH) -Srinagar, Jammu & Kashm.
• Central Institute of Medicinal and Aromatic
Plants (CIMAP) – Lucknow, UP.
• Central Coffee Research Institute (CCRI) –
Chickmagalur.
• National Research Centre for Medicinal &
Aromatic Plants – Anand, Gujarat
• National research Centre for Orchids –
Pakyong, Sikkim
• National Research Centre For Citrus –
Nagpur, Maharashtra
• National Research Centre for Oil Palm –
Andhra Pradesh
• National Research Centre for Cashew –
Puttur – 574202, Dakahina Kannad
• National Research Centre For Banana
(NRCB) – Tiruchirapalli, Tamil Nadu
• National Research Centre for Seed Spices –
Ajmer, Rajasthan.
• National Research Centre For Onion and
Garlic – Pune, Maharashtra.
• National Research Centre for Grapes –
P O Solapur Road, Pune.
• National Research Centre for Litchi –
Muzafarpur, Bihar.
• National Research Centre on Pomegranate – Solapur, Maharashtra
• Darjeeling Tea Research and Development
Centre(DTRDC) – Kurseong, India
Reference –
इस ब्लॉग-पोस्ट में दी गई जानकारी, Book of horticultural science and other sources के विश्लेषण के बाद तैयार कि गई है।
तथा आवश्यकतानुसार टीम Agrifieldea के इनपुट भी शामिल किए गए हैं।
Very informative information for horticulture meaning in hindi . Thank you