नमस्कार दोस्तों! आज के इस लेख में आप पढ़ने वाले हैं बरसात के मौसम में लगने वाले 10 खूबसूरत फूल के बारे में (Best Rainy Season Flowers)। इस लेख में हम आपके लिए ऐसे फूलों को लेकर आये हैं जो इस मौसम में जल्दी उग जाते हैं व Growth भी अच्छी होती है। जिसे आप बरसात के मौसम में अपने घर पर लगा सकते हैं। जो कि 3 से 4 महीनो में अर्थात् विंटर सीजन आते आते फूल देना प्रारंभ कर देते हैं।
Best Rainy Season Flowers: आप तो जानते ही हैं कि बरसात के मौसम में पौधे आसानी से उग जाते हैं व उसका विकास भी अच्छे से होता है। ऐसे में हम बरसात के मौसम में उगने वाले फूलों के पौधों का चयन करके अपने गार्डन में लगा सकते हैं।
अगर आप भी गार्डनिंग के शौकीन हैं तो आप इन बरसात के मौसम में लगने वाले फूलों का चयन कर सकते हैं जो कि विंटर सीजन आते तक फूलों से लद जायेंगे।
मानसून में लगने वाले फूल (Best Rainy Season Flowers Plants)
गेंदा – Marigold (Tagetes erecta)
गेंदा पीला, लाल व नारंगी रंग में खिलने वाली खूबसूरत फूल है। यह विभिन्न रंगो, आकार व ऊँचाई के होते हैं जिसकी वजह से यह गार्डन या अलंकृत बागवानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। गार्डन में शोभा बढ़ाने के अलावा भी गेंदे के फूल का प्रयोग माला बनाने, धार्मिक, सामाजिक, शादी – विवाह या अन्य उत्सवों में भी किया जाता है। इसके फूल बाजार में खुले एवं मालाओं के रूप में बेचे जाते हैं।
गेंदा को गमले में, क्यारी में या रॉकरी में भी उगाया जा सकता है। गेंदे को मुख्यतः बीज द्वारा पौध तैयार करके रोपित किया जाता है। पौधा लगाने के लगभग 2 – 3 माह बाद ठण्ड के मौसम में पौधे में फूल आना प्रारंभ हो जाता है।
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गुड़हल – Hibiscus (Hibiscus rosa-sinensis)
गुड़हल का फूल बड़े आकार व लाल, गुलाबी, पीला, सफेद तथा बैंगनी रंग का होता है जिसकी वजह से इसे गार्डन में बहुमुखी विकल्प के तौर पर उपयोग किया जाता है। इसके पुष्प बड़े व आकर्षक होते हैं तथा प्रत्येक पुष्प में चार – पाँच या इससे ज्यादा पंखुड़ियाँ होते हैं।
गुड़हल के पौधे को बरसात के मौसम में कर्तन या कलम द्वारा आसानी से उगाया जा सकता है। सही प्रबंधन से इसके पौधे हमेशा फूलों से भरे रहते हैं।
वैसे तो अधिकतर गुड़हल का उपयोग फूलों के लिए करते हैं लेकिन इसके कई प्रजातियों के औषधिय गुणों के कारण औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता है। गुड़हल की चाय भी बनाई जाती है जो कि सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है। सफेद गुड़हल की जड़ो से कई दवाईयाँ बनाई जाती है।
चमेली – Jasmine (Jasminum officinale)
चमेली का फूल सफेद रंग का होता है जो कि काफी सुगंधित होता है। अगर आप इसे अपने होम गार्डन में लगाते हैं तो यह आपके आंगन को जरूर महंका देगी। चमेली के फूल मुख्य रूप से मार्च से जून के महीने में खिलते हैं।
चमेली के फूल से मालायें बनाई जाती है, सजावट के लिए उपयोग किया जाता है, धार्मिक कार्यों में उपयोग किया जाता है तथा इसकी सुगंधित या औषधिय गुणों के कारण इसका उपयोग परफ्यूम, तेल, साबुन, क्रीम इत्यादि में किया जाता है।
चमेली के पौधे लगाने के लिए कलम अथवा कर्तन विधि का प्रयोग कर सकते हैं।
बालसम – Balsam (Impatiens balsamina)
Balsam जिसे गुल मेहंदी के नाम से भी जाना जाता है। यह तेजी से बढ़ने वाला कोमल, शाकीय व वार्षिक पौधा है जो आपके बगीचे या इनडोर स्थानों में रंग भर देता है। Balsam का फूल कई रंगो का होता है जैसे लाल, गुलाबी, बैगनी व सफेद आदि। इसकी पंखुड़ियाँ नाजुक होती है।
गुल मेहंदी का पौधा वर्षा ऋतु में आसानी से उग जाता है तथा तेजी से बढ़ते हैं।
झिननिया – Zinnia (Zinnia elegans)
zinnia जिसे झिननिया भी कहा जाता है जो कि एक आकर्षक, गोलाकार और कई रंगो के होते हैं। इसके पुष्प जल्दी से नही मुरझाते तथा कई दिनों तक पौधे में लगे रहते हैं।
झिननिया विभिन्न प्रकार के रंगों वाले तथा बड़े फूलों वाले वार्षिक पौधे हैं। यह लाल, गुलाबी, नारंगी, पीला, बैगनी आदि रंग में खिलने वाला पुष्प है। इन्हें उगाना आसान है और ये लम्बे समय तक फूलते हैं।
सूरजमुखी – Sunflower (Helianthus annuus)
सूरजमुखी का पीला रंग व बड़े आकार का फूल बहुत ही आकर्षक व सुन्दर होता है जो आपके गार्डन की खुबसुरती को और भी बड़ा देता है। सुरजमुखी को खेतो में तेल के उद्देश्य से तथा गार्डन में सजावट व आकर्षण के उद्देश्य से लगाया जाता है।
इसका तना नाजुक होता है जो कि हवा के झोंको से टूट जाता है इसिलिए पौधों को सहारा देना भी पड़ सकता है।
ध्यान रखें कि अपने गार्डन में सुरजमुखी को उस स्थान पर लगायें जहाँ ज्यादा से ज्यादा धुप आती हो।
पोर्टुलाका – Portulaca (Portulaca oleracea)
पोर्टुलाका को Moss Rose के नाम से भी जाना जाता है। इसके पौधे गुदेदार व मुलायम होते हैं जो कि फैलने वाले होते हैं। इसके फूल छोटे छोटे रंग बिरंगी होती है जो कि जो कि एक साथ खिलने पर बहुत ही खूबसुरत दिखाई देते हैं। इसके फूल सुबह 9 – 10 बजे के बाद खिल जाता है।
इसे आसानी से इसके मुलायम तनों से ही उगाया जा सकता है। इसके पौधे को बीज एवं कलम द्वारा आसानी से प्रवर्धित किया जा सकता है। इसे छोटे गमलों या कंटेनरों मे भी लगाया जा सकता है।
रैन लिली – Rain Lily (Zephyranthes)
रैन लिली, जैसा नाम वैसा गुण। यह बरसात के मौसम में खिलता है। इसके पौधे छोटे, पौधे में बहुत सारे घास जैसे मोटे, लम्बी, मुलायम या गुदेदार पत्तियाँ निकलती है। रैन लिली के फूल छोटे – छोटे, आकर्षक व गुलाबी, सफेद तथा पीले रंग के होते हैं।
पौधे छोटे होने की वजह से इसे छोटे गमलों, कंटेनरों या क्याँरियों में लगाया जा सकता है। इसका प्रवर्धन बल्बों के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है।
गुलदाऊदी – Chrysanthemum (Chrysanthemum Spp.)
गुलदाऊदी को सेवंती के नाम से भी जाना जाता है। पुष्पों में गुलदाऊदी का अपना एक प्रमुख स्थान है तथा अलंकृत बागवानी में गुलदाऊदी का स्थान मुख्य फूलों वाले पौधे में आता है।
इसके फूल देखने में काफी सुन्दर होते हैं। फूलों का उपयोग गुलदस्ता, कटफ्लावर, पूजा में, माला बनाने तथा सजावटके लिए किया जाता है।
गुलदाऊदी का प्रसारण बीज द्वारा, कर्तन द्वारा (By cutting), अधोभूस्तारी द्वारा (By Suckers) तथा ग्राफ्टिंग द्वारा किया जाता है।
वर्षा ऋतु में स्वस्थ पौधों से गाँठों वाली शाखाओं का चुनाव करके छोटी-छोटी 15 – 20 सेमी लम्बी कर्तने काटकर गमलों में लगा दें।
ग्लैडिओलस – Gladiolus (Gladiolus Spp.)
ग्लैडिओलस सुन्दर पुष्पों वाला पौधा है जो कि कट फ्लावर या गुलदस्ता के लिए प्रसिद्ध है। इसकी पत्तियाँ तलवार जैसी होती है इसीलिए इसे ग्लैडिओलस कहते हैं क्योंकि तलवार को लैटिन भाषा में ग्लैडियस (Gladius) कहते हैं।
इसे गमलों में तथा पट्टियों में लगाया जा सकता है। ग्लैडिओलस का प्रवर्धन बीज तथा घनकन्द (Corm) के माध्यम से किया जा सकता है तथा इसे लगाने का उपयुक्त समय अगस्त से अक्टूबर माह तक माना जाता है।
निष्कर्ष –
तो दोस्तों आपने इस लेख में पढ़ा है बरसात के मौसम में लगाए जाने वाले 10 खूबसूरत फूलों के बारे में (10 Best Rainy Season Flowers) जो आपके गार्डन को आकर्षक और सुंदर बना देते हैं। हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको बहुत पसंद आया हो। ऐसे ही कृषि और गार्डनिंग से संबंधित लेख पढ़ने के लिए Agrifieldea के साथ जुड़े रहें। धन्यवाद!